Banaras-Ki-Gali
मैं, वो गली नहीं बनारस की,
जहां से तू बस यू ही मुड़ जाए।
मैं तो वो हूँ, जहाँ तू अक्सर लौट के आए,
जहाँ, तू, अक्सर लौट के आए।
मैं, वो गली नहीं बनारस की,
जहां से तू बस यू ही मुड़ जाए।
मैं तो वो हूँ, जहाँ तू अक्सर लौट के आए,
जहाँ, तू, अक्सर लौट के आए।