ज़िंदगी के हर किस्से के हर हिस्से में,
कितने सन्नाटे बस्ते है।
जो यूँ तो शोर मचाते है,
पर सन्नाटा कहलाते है।
यूँ तो इनमें है कितना शोर,
पर इन सन्नाटो पर है किसका ज़ोर।
ये तो भीड़ में चलते है – हर भीड़ का हिस्सा बनते है,
पर सन्नाटा रह जाते है।
हर भीड़ में इसके किस्से है,
हर शोर में इनके हिस्से है।
इतना शोर मचाके भी ये,
सन्नाटा कहलाते है।
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Good one , keep rocking
Thank you 🙂
Absolutely well said – the silent whispers says more than the words can
Thanks :). I am glad you liked it. Means a lot to me.
My absolute pleasure
Great💐
Thanks 🙂
बाहर के लिए ख़ामोशी, और अंदर शोर
सब भीतर समाये, रोज चल पड़ते सुनने सुनाने
और शोर।
Nice lines
And thank you for stopping by 🙂